इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन (IIA) ने 6 अप्रैल को एसएमई के फंड संबधी समस्याओं को कम करने और फाइनेंस के नए रास्ते तलाशने के उद्देश्य से नोएडा में एक सेमिनार का आयोजन किया।
इस मौके पर SMEPost.com के साथ हुयी विशेष बातचीत में बॅाम्बे स्टॅाक एक्सचेंज (BSE) के SME प्लेटफार्म के हेड अजय ठाकुर ने कहा कि बीएसई का मंच हमेशा से ही एसएमई की तरक्की के लिए कार्यरत रहा है।
इस तरह के समारोह में एक साथ कई कंपनियां आती है जिससे बीएसई के साथ-साथ इक्विटी और फण्ड के लिए भी जागरुकता फैलती है। उन्होंने कहा कि बीएसई का मंच उद्यमियों की परेशानियों को कम करने के लिए खुला है जहां कारोबारी खुल कर अपनी समस्याओं के बारे में हमसे बात कर सकते हैं।
ठाकुर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की एसएमई का प्रदर्शन बीएसई के मंच पर अभी तक कुछ खास नहीं रहा है सिर्फ कुछ कंपनियां ही राज्य से लिस्टेड हुयी हैं। लेकिन आने वाले समय में हम उत्तर प्रदेश की तरफ ध्यान देंगे ताकि अधिक से अधिक कंपनियों को हम बीएसई के एसएमई प्लेटफॅार्म से जोड सकें।
उत्तर प्रदेश सरकार के नई उद्योग पॅालिसी लाने पर उन्होंने कहा कि पॅालिसी इड़स्ट्री के विकास के लिए ही होती है जिसका एसएमई को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि अच्छी पॅालिसी, ईज आफ डूईंग मार्केट, ईक्विटी और फंडिग इन चारों का जब संमिश्रण होगा तो उद्योगों का विकास तेजी से और सही दिशा में होगा।
उन्होंने लिस्टिंग की योग्यता के सवाल पर कहा कि कोई भी एसएमई कंपनी जिसका टर्नओवर 5 करोड़ से ज्यादा है और वो पिछले 3 साल से लगातार लाभ में है, सूचीबद्ध होने के लिए आवेदन कर सकती है। बीएसई के एसएमई प्लेटफार्म पर अब तक 177 कम्पनियां रजिस्टर हो चुकी हैं। उनका कहना है की जून के अंत तक इसकी संख्या 200 तक ले जायेंगे।