खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने स्मार्टग्राम योजना के तहत चयनित 100 गांवों में से हरियाणा के औद्योगिक शहर गुरुग्राम के पास 2 गांव राइसीना और लोहतका को अपनाने का निर्णय लिया है।
केवीआईसी दोनों गांवों के विकास के लिए मधुमक्खी पालन, कताई, बुनाई और सिलाई केंद्रों की स्थापना करेगा। केवीआईसी इसके लिए गांव के लोगों को प्रशिक्षण देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
आउटलुक की एक ख़बर के अनुसार केवीआईसी अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा है कि केवीआईसी द्वारा स्मार्टग्राम पहल के तहत दो गांव गोद लिये गए हैं। इन दोनों गांवों को ‘मॉडल’ गांवों के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव का सुधार हमारी प्राथमिकता है।
केवीआईसी ग्रामीणों के लिए अन्य कौशल-उन्मुख और रोज़गार सृजन कार्यक्रमों को भी आयोजित करेगा।
सक्सेना ने कहा कि हम प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत युवाओं के लिए संवेदीकरण कार्यक्रमों का संचालन भी करेगें।
उन्होंने कहा कि हम ग्रामीणों को जैव-गैस संयंत्रों के बारे में प्रशिक्षित करेंगे। इसके अलावा गांव के नवीनीकरण के लिए चरखा और लूम्स को भी वितरित किया जाएगा।
Historic moment:KVIC exchanges commitment letter with @RashtrapatiBhvn to adopt 2 villages under SMARTGRAM near Gurugram.@KalrajMishra pic.twitter.com/Znd3XanMzP
— Chairman KVIC (@ChairmanKvic) June 4, 2017