सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योग (एमएसएमई) वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने पर कारोबार पर पडऩे वाले असर का आकलन करने में लगे हैं, जिसके परिचालन संबंधी कुछ नियम अभी भी साफ नहीं हैं। सरकार ने बड़ी संख्या में सामानों की जीएसटी दरें तय कर दी हैं, लेकिन इस क्षेत्र की ज्यादातर कंपनियां नए […]
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GST: वस्तुं और सेवा कर से क्या सस्ता, क्या महंगा?
वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) लागू होने से सीमेंट के पैकेट, दवाईयों, स्मार्ट फोन और सर्जिकल उपकरणों जैसी विभिन्न वस्तुओं पर कर दर घटने से उपभोक्ताओं को लाभ होगा। सीमेंट के पैकेट पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 12.5 प्रतिशत और 125 रूपये पीएमटी तथा 14.5 प्रतिशत की दर से मानक वैट लगता है। इन दरों पर [&he…
GST: टेक्सटाइल व फुटवियर पर जीएसटी की दरों को लेकर फंसा पेंच
अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं के लिए जीएसटी की दरें तय भले ही हो गई हों, मगर टेक्सटाइल और फुटवियर जैसे अहम उत्पादों पर जीएसटी की दरों पर पेंच फंस गया है। कपास उत्पादक व टेक्सटाइल उद्योग के गढ़ माने जाने वाले राज्य इस मुद्दे को लेकर अपनी मांगों पर अड़ गए हैं। यही वजह है […]
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GST/Textiles: कपड़ा उद्योग के ऊपर जीएसटी को लेकर पूरी कहानी
6 लाख 90 हजार उद्यमियाें का, हर दिन 4 करोड़ मीटर कपड़े के उत्पादन का और 300 करोड़ रुपए प्रति दिन के कारोबार का शहर। आज एक बड़े ट्रांजीशन के दौर से गुजर रहा है। यह बदलाव है जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स का। देशभर में व्यापारी संघों और संस्थाओं ने सरकार से टेक्सटाइल […]
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MSME units are facing difficulty because of increased raw material price: EEPC
Engineering exporters’ body EEPC India said the Minimum Import Price (MIP) on steel is resulting in an inversion of duty with imports of finished goods increasing at a far more rapid speed than raw material. “Any inversion in duty at this stage would be a big setback to the government…