वाईब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में फाईनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के 1 अप्रैल 2017 तक लागू होने की पूरी उम्मीद है।
जेटली ने कहा कि सरकार 1 अप्रैल से पहले जीएसटी से जुड़े सभी मुद्दों को हल कर लेगी, अगर किसी भी करण के चलते डेडलाईन पर आम सहमति नहीं बनती है तो बिल को 16 सितबंर 2017 तक लागू करने की कोशिश की जाएगी।
जीएसटी (GST) को टैक्स प्रणाली के सरलीकरण की दिशा में एक बेहतर कदम बताते हुए मंत्री ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक फैसला होने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को आगे बढाने की दिशा में एक अच्छा कदम साबित होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “नोटबंदी से राज्यों के हुए रेवेन्यू घाटे के चलते व ड्यूल कंट्रोल जैसे मुद्दों पर सहमति न बनने के कारण जीएसटी बिल के लागू होने पर संशय था, लेकिन हमने कई मुद्दों पर हल ढूंढ लिया है। कुछ शेष हैं जिनका समाधान आने वाले हफ्तों में हो जाएगा।”
समिट को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत को विकास गति को प्राप्त करने के लिए कठिन फैसलों को लेने की जरूरत है और ऐसे फैसलों कों मश्किल भरे दौर से होकर गुजरना पड़ता है।
नोटबंदी को सही फैसला बताते हुए कहा उन्होंने कहा की सरकार के इस कदम से कालेधन पर लगाम लगी है और देश डि़जिटलीकरण का तरफ बढ़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 जनवरी यानि इसी मंगलवार को वाईब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का उद्घाटन किया। अमेरिका, फ्रांस, जापान, यूके, आस्ट्रेलिया, डेनमार्क, कनाड़ा, यूएई, सिंगापुर, स्वीडेन,पोलैंड़, जापान, नीदरलैंड़ देश भारत के इस विशाल व्यापारिक समारोह के सहयोगी देश हैं। समिट में कई उद्योग जगत की कई बड़ी हस्तियाँ हिस्सा ले रही हैं।