बिहार: टेक्सटाइल पार्क में निवेश के लिए अमेरिकी कंपनियों को निमंत्रण


बिहार की राजधानी पटना से सटे बिहटा में टेक्सटाइल पार्क में निवेश के लिए सरकार अमेरिकन और यूरोपियन कंपनियों से बातचीत कर रही है। बिहटा में बने रेडिमेड कपड़े यूरोप और अमेरिका के बाजारों में दस्तक दे इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है। बांग्लादेश की तरह बिहार में भी टेक्सटाइल उद्योग बढ़े इसके लिए […]


textile-parksबिहार की राजधानी पटना से सटे बिहटा में टेक्सटाइल पार्क में निवेश के लिए सरकार अमेरिकन और यूरोपियन कंपनियों से बातचीत कर रही है।

बिहटा में बने रेडिमेड कपड़े यूरोप और अमेरिका के बाजारों में दस्तक दे इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है।

बांग्लादेश की तरह बिहार में भी टेक्सटाइल उद्योग बढ़े इसके लिए उद्योग विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम वहां गई थी। टीम ने वहां बांग्लादेश के साथ-साथ यूरोप और अमेरिका की बड़ी कंपनियों के साथ भी बातचीत की।

बिहटा में 119 एकड़ में बड़ा टेक्सटाइल पार्क प्रस्तावित है। इसके तीन एकड़ में प्लग एंड प्ले योजना के तहत टेक्सटाइल क्लस्टर पर काम चल रहा है। बाकी जमीन पर रेडिमेड कपड़ों का बड़ा निर्माण केंद्र बनाने की योजना है। इसके लिए उद्योग विभाग बड़ी देशी-विदेशी कंपनियों से बातचीत कर रहा है। विभाग के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि जारा जैसी बड़ी कंपनियों से बिहार में निवेश करने का आग्रह किया गया है। कंपनियाें ने जून के अंतिम सप्ताह में बिहार आने पर हामी भरी है।

जून में बिहार आएंगी कंपनियां 

विश्व बैंक के निमंत्रण पर हमलोग बांग्लादेश रेडीमेड कपड़ों पर आयोजित सेमिनार में भाग लेने गए थे। बांग्लादेश में बिना किसी सरकार की मदद से रेडीमेड कंपनियां अच्छा काम कर रही है। इन कंपनियों को बिहार में सरकारी मदद मिलेगी तो वे बिहार आने को सोचेगी। इन कंपनियों राज्य सरकार की औद्योगिक नीति से अवगत कराया गया है। जून के अंतिम सप्ताह में कंपनियां बिहार आने को अपनी सहमति दी है। बिहटा में बड़े कंपनियों को सरकार अधोसंरचना उपलब्ध करवाएगी। 119 एकड़ के टेक्सटाइल पार्क में तीन एकड़ प्लग एंड प्ले योजना के लिए रखा गया है। बांकी बड़े कंपनियों को प्लाट दिया जाएगा। डॉ.एस सिद्धार्थ, प्रधान सचिव, उद्योग विभाग

भागलपुर में क्लस्टर पर चल रहा काम 

भागलपुरमें मेगा हैंडलूम क्लस्टर पर काम चल रहा है। भागलपुर जिले के 10 प्रखंडों में यह क्लस्टर बनेगा, जहां हैंडलूम से बुनाई का काम अधिक होता है। क्लस्टर में एक डिजाइन स्टूडियो, दो डाई हाउस और प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेंटर बनाए जाएंगे। बुनकरों को मार्केट लिंकेज की सुविधा के साथ डिजाइन रिसर्च और इनोवेशन आइडिया में मदद की जाएगी।

असीम संभावनाएं हैं टेक्सटाइल क्षेत्र में 

बिहार में वस्त्र उद्योग को लेकर विश्व बैंक ने राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है। इसमें कहा गया है कि राज्य में वस्त्र उद्योग में काफी संभावनाएं हैं और श्रम संसाधन दूसरे राज्यों की तुलना में सस्ता है। देश के दूसरे राज्यों के वस्त्र उद्योग में बिहार के हजारों श्रमिक काम करते हैं। अगर उन्हें बिहार में मौका मिले तो वे वापस आने को तैयार हैं।

Source: Dainik Bhaskar.com

No Comments Yet

Comments are closed