केंद्र सरकार सदा कार्यरत रहती है स्वरोजगार की योजनाओं को प्रोत्साहित करने हेतु। जिसके परिपेक्ष्य में राज्य सरकारों का भी सहयोग काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
केंद्र के साथ-साथ राज्यों का कंधे से कंधा मिला कर चलना न केवल सम्बंधित राज्य के लिए हितकारी है वरन समग्र भारत के लिए काफी शुभ रहेगा।
गुजरात राज्य सरकार द्वारा 2017-18 वर्ष का बजट वहाँ के उप-मुख्यमंत्री श्री नितिन भाई पटेल, जो वित्तीय सम्बंधित कार्यो का भी निर्वहन करते है, द्वारा पेश किया गया।
केंद्र सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने भी छोटे व् मझोले उद्योगों (SMEs) को प्रोत्साहित करने हेतु 1000 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया है। जिसके जरिये तकनीकी नवीनीकरण और गुणवत्ता में सुधार इत्यादि योजनाओं के उपयोग में लिए जा सकेगा।
ज्ञात रहे कि गुजरात में 3 लाख के करीब SME इकाईयां कार्यरत है जो की बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करती है, उन इकाईयों के लिए यह बहुत ही सुखद समाचार है।
देश की अन्य राज्य सरकारें भी इसी तरह से अपने-अपने स्तर पर SME इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही हैं।
देश में ही नहीं विदेश से भारत के लिए शुभ संकेत मिलते है जब विश्व बैंक द्वारा भी इन प्रोत्साहित कदमो को और बल देने के लिए सुझाव दिए जाने लगे हों।
चन्द्र नवग्रह मंडल में बुध के साथ साथ छोटे ग्रहों की गिनती में आ जाता है। वर्तमान की स्थिति में चन्द्र बल मज़बूत होने से इन प्रोत्साहित करने वाले कदमों की पुष्टि होती है।
भूत काल में जहां बड़ी इंडस्ट्रियों को प्रोत्साहित करने हेतु ज्यादा बल दिया जाता रहा है वहीं बीते कुछ वर्षों में छोटे व लघु उद्योगों को महत्व दिया जाना इस मानसिक परिवर्तन को चंद्र की स्थिति के बल आधार पर नापा जा सकता है।
चंद्र जहाँ वरुण मण्डल में स्थित हो कर छोटे व् मझोले उद्योग को पूर्ण विकास की सम्भावना की पुष्टि करता है, साथ ही साथ मार्ग में आने वाली रुकावटों को दूर करने में सहयोग मिलने के संकेत देता है।
बुध की स्थिति दर्शा रही है कि निम्न परन्तु समान रूप से विकास की गति व् आने वाले संकेतों को प्रदर्शित करती है। व्यापारियों को नई सोच प्रदान करना, नवीन संभावनाओं की ओर दृष्टि व् तकनीकी सुधार, बुध के विशेष गुणों में से है ।
शनि का फिलहाल मिथुन राशि को सप्तम दृष्टि से प्रभावित करना अल्प काल के लिए कुछ धीमी व् धीरज धारण करने योग्य बना रहा है ।
परन्तु धीरज व् संयम के साथ आरम्भ हुई सही दिशा की यात्रा को रोक पाना मुमकिन नहीं, जिसके कुछ हद तक संकेत आते दिखते हैं जब विविध स्वरूपों से सरकारों द्वारा प्रोत्साहित करने वाले क़दमों का उठाया जाना दिखता है।
(उपरोक्त लेख मात्र वर्तमान स्थिति को समझने के लिए ज्योतिष संशोधन शोध का एक भाग है। इसके लेखक नवनीत ओझा ज्योतिष संशोधक एवं आध्यात्मिक साधक हैं। उपरोक्त व्यक्त किये गए विचार लेखक के अपने विचार हैं।)