नेशनल एमएसएमई बोर्ड की 15वीं बैठक आज विज्ञान भवन, दिल्ली में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र की अध्यक्षता में शुरू हो गई।
इस मीटिंग में केंद्रीय शहरी विकास और सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, केंद्रीय राज्य एमएसएमई मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी, एमएसएमई सेक्रेटरी के के जालान आदि मौजूद हैं।
इस बैठक में एमएसएमई पॉलिसी, MSMED Act-2006 में बदलाव और फाइनेंस फैसिलिटेशन सेंटर आदि विषयों पर बात होगी।
इस मौके पर सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने माइएमएसएमई ऐप (MymsmeApp) और एमएसई सुविधा केंद्र वेब पोर्टल (MSE Facilitation Council Web Portal) लॉन्च किया।
माईएमएसएमई एप मोबाइल एप्लिकेशन भारत के सभी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) और अन्य हितधारकों के लिए कार्यरत है।
ऐप्लीकेशन एमएसएमई की नीतियों, पंजीकरण, सेवाओं, योजनाओं आदि से संबंधित सभी सूचनाओं के स्रोत के रूप में कार्य करता है।जिसके तहत छोटे उद्यमी मोबाइल से ही अपना काम कर सकते हैं।
वेंकैया नायडू ने इस मौके कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि एमएसएमई मिनिस्ट्री ने फैसिलिटेशन कौंसिल बनायी है, अब माइएमएसएमई ऐप और एमएसई सुविधा केंद्र वेब पोर्टल इसे और मजबूत बनायेंगे।
नायडू ने आगे कहा कि कृषि के साथ एमएसएमई सेक्टर भी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पुरे विश्व में इकॉनमी धीमी है लेकिन भारत आज भी निवेश के लिए सबसे अच्छा गंतव्य है। एमएसएमई सेक्टर के महत्व को देखते हुए केंद्रीय बजट में एमएसएमई के लिए कॉरपोरेट टैक्स भी कम कर दिया गया है जो कि एक बड़ा न सराहनीय कदम था।
उन्होंने खादी के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री खादी की मांग को बढ़ाने पर निरंतर जोर दे रहे हैं। क्योंकि यह भारतीय कुटीर उद्योग की रीढ़ है।
नायडू ने एमएसएमई से आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ उठाएं।
एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र ने बैठक को संबोधित करते हुए एमएसएमई सेक्टर के देश की अर्थव्यस्था में योगदान को रेखांकित किया और कहा कि अबकी बार सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को सबसे अधिक बजट दिया है। मिश्र ने वेंकैया नायडू को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि 30 आजीविका कमाने वाले इंनक्यूवेशन को ASPIRE योजना के तहत स्थापित किया गया है। और ग्रामीण क्षेत्रों में कारीगरों के लिए 25 SFURTI क्लस्टर को शुरु किया गया है। 1,49,000 से अधिक युवाओं को 18 टेक्नोलॅाजी सेंटर के तहत ट्रेनिंग दी गयी है।
इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और इंडस्ट्री मिनिस्टर सहित सेक्रेटरीज और इंडस्ट्रीज बॉडी भी शामिल हो रहीं हैं। जिनमें फिसमे, लघु उद्योग भारती और TANSTIA आदि प्रमुख हैं।